भविष्य को सुरक्षित और सरल बनाने के लिए निवेश बहुत ही आवश्यक कार्यों में से एक है। सभी लोग अपने जोखिम के अनुसार अलग-2 वित्तीय संस्था में निवेश करते है जैसे बैंक , डेब्ट , गोल्ड और शेयर बाजार आदि। आप एक बेहतर returns चाहते है तो शेयर बाजार के उत्तम विकल्प है। लेकिन आपको एक सही रणनीति से निवेश करना चाहिए। शेयर बाजार के अंतर्गत आप इक्विटी, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, डेरिवेटिव इत्यादि में ट्रेडिंग करने के लिए एक प्लेटफॉर्म आते है।
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने के लिए निवेशक को जानकारी होनी चाहिए की आपको शेयर खरीदने के किये क्या करें, किस कंपनी के शेयर ख़रीदे , शेयर कब खरीदे और शेयर खरीदने के नियम क्या है ? यदि आप शेयर बाजार में नए है और आप स्टॉक मार्किट सलाहकार चाहते है तो CapitalVia को संपर्क करें।
यही आप शेयर बाजार में स्वं निवेश करना चाहते है तो आपको शुरू में कुछ नियमों को ध्यान में रखकर, धीरे-2 शेयर मार्किट में निवेश करने की योजना बनाने होगा। आईये सभी बिन्दुवो को जानते है।
कोई भी निवेश वित्तीय लक्ष्य के बिना दिशाहीन है। आपको शेयर बाजार में निवेश करने से पहले वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करने है जैसे आपको लॉन्ग टर्म (Long Term) के लिए निवेश करना है या शॉर्ट टर्म (Short Term) के लिए निवेश करना है। शॉर्ट टर्म में मुख्यतः ट्रेडर आते है जो इंट्राडे ट्रेडिंग या स्विंग ट्रेडिंग को चुनते हैं। वहीं लॉन्ग-टर्म में निवेशक आते है जो डिलीवरी ट्रेडिंग या पोज़िशनल ट्रेडिंग का विकल्प चुन सकते हैं।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग : शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग अल्प समय के लिए निवेश किया जाता है , जैसे एक दिन, एक सप्ताह या एक माह। शॉर्ट टर्म के अंतर्गत इक्विटी (Equity), डेरीवेटिव (Derivative), फ्यूचर (Future) और ऑप्शन (Options) ट्रेडिंग आता है। इसमें ट्रेडर्स प्रतिदिन, साप्ताहिक या मासिक अवधि में रिटर्न प्राप्त करते है। इस तरह की ट्रेडिंग में जोखिम ज्यादा होता है।
लॉन्ग टर्म निवेश : लॉन्ग टर्म में दीर्घ समय के लिए निवेश किया जाता है इसके अंतर्गत एक वर्ष या उससे अधिक अवधि के निवेश आते है। इसमें आप विशेष कंपनी के शेयर को खरीद लम्बे समंय तक होल्ड (Hold) कर के रख सकते है। लॉन्ग टर्म में डिलीवरी ट्रेडिंग किया जाता है। इस तरह की निवेश में जोखिम कम होता है।
यह शेयर को खरीदने के नियमों में सबसे महत्वपूर्ण नियम है क्यूकि यह आपके निवेश का दशा और दिशा निर्धारित करता है। जब आप सही विश्लेषण और रिसर्च के साथ निवेश करते है तो आपको बेहतर रिटर्न प्राप्त होता है। किसी विशेष कंपनी के शेयर खरीदते समय, कंपनी के पिछले प्रदर्शन के साथ उसके भविष्य की संभावनाओं पर रिसर्च करना आवश्यक है। शेयर मार्किट के विश्लेषण में एक और पहलु पे आपको अवश्य ध्यान देने चाहिए, शेयर खरीदने से पहले मार्केट ट्रेंड पर भी नज़र रखे और यह समझने की कोशिश करें कि शेयर मार्केट की स्थिति पहले कैसी थी और अभी कैसे चल रही है। इसके आधार पर ही शेयर खरीदें।
मौलिक विश्लेषण : शेयर के मौलिक विश्लेषण के अंतर्गत कंपनी के वित्तीय विवरणों का अध्धयन किया जाता है जो आपको कंपनी की वर्तमान स्थिति और विकास की संभावना के बारे में बताता है। इसके साथ-2 बैलेंस शीट, प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट, ऑपरेटिंग मार्जिन, प्रति शेयर इनकम और अन्य जानकारी को समझना में मदद मिलता है और आप समझ सकते है की कंपनी कैसा प्रदर्शन कर रही है।
तकनीकी विश्लेषण : तकनीकी विश्लेषण का मूल उद्देश्य कंपनी के भविष्य और पूर्व मूल्य के मूवमेंट के बारे में पता चलता है या तकनीकी विश्लेषण का मतलब शेयर मार्केट चार्ट और अन्य ट्रेडिंग इंडिकेटर का उपयोग करके शेयर मूल्य और वॉल्यूम के पिछले ट्रेंड को देखकर स्टॉक प्राइस के बारे में सही अनुमान करना है। यहाँ आप मूविंग एवरेज, कैंडलस्टिक चार्ट, बोलिंजर बैंड, इचिमोकू चार्ट और ऐसे ही कई अन्य चार्ट्स और इंडिकेटर का उपयोग कर सकते हैं। इसलिए, शेयर खरीदने के लिए इंडिकेटर और ऑसिलेटर का प्रयोग करें जो कि प्राइस मोमेंटम का सपोर्ट करते हैं वह आपको शेयर खरीदने का फैसला लेने में आपकी मदद करता है।
शेयर खरीदने के एक मुख्य उद्देश्य आपको अपने निवेश का बेहतर रिटर्न प्राप्त हो सके। इसके इसलिए आपको किसी विशेष कंपनी के शेयर मूल्य पर सदैव नज़र रखना चाहिए और जब शेयर का मूल्य अपने निचले स्तर पर होता है तब शेयर खरीदने चाहिए। शेयर खरीदने से पहले अपने जोखिम लेने की क्षमत को अवश्य जानना चाहिए। सदैव अपने बजट के अनुसार शेयर खरीदे और जो आपको बेहतर रिटर्न दे सके। यही शेयर आपके बजट से नहीं है तो ऐसे शेयर को छोड़ देना चाहिए या सही समय का प्रतीक्षा करना चाहिए। कभी भी लोन या उधार के कर शेयर नहीं खरीदना चाहिए। शेयर मार्किट से ट्रेंड्स को देख कर जब आपको लगे कि आपको शेयर बेचना चाहिए और आपको अच्छा रिटर्न मिल रहा है तब आपको शेयर बेच देने चाहिए। लेकिन ध्यान रहे कि अगर इसका प्राइस नीचे जाता है तो आपको नुकसान भी हो सकता है।
इसलिए, शेयर हमेशा सही समय पर खरीदें और सही समय आने पर बेच दें।
अगर आप शेयर बाजार के खबरों से प्रतिदिन अवगत है तो यह भलीभांति जानते होंगे क़ि शेयर बाजार में शेयर के मूल्य हमेशा बदलते रहते है। अगर अपने एक ही दिन में पूरा पैसा निवेश कर दिया है तो आपको निवेश या ट्रेड किये हुए मूल्य का रिटर्न एक बार में नहीं मिल पायेगा। संभावना यह भी है क़ि आपको लाभ हो या नुकशान हो। यही समय और शेयर बाजार के परिस्थिति को ध्यान में रख कर निवेश कर रहे है तो आपको बेहतर रिटर्न की संभावना अधिक है।
आप शेयर बाजार में नए है सदैव निवेशक सलाहकार (investment Advisor) के परामर्श से निवेश करने चाहिए। क्यूकि इन्वेस्टमेंट एडवाइजर के अनुभवी रिसर्चर आपको उचित शेयर खरीदने में मदद करते है जिससे आपको बेहतर रिटर्न प्राप्त हो सके।
शेयर बाजार में निवेश एक अच्छा विकल्प है एक बेहतर रिटर्न के लिए। आपको सदैव अपने वित्तीय लक्ष्य को ध्यान में रख कर शेयर खरीदने चाहिए।
शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम है इसलिए किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने से पहले आपको सुनिश्चित करना चाहिए की आपको शार्ट टर्म के लिए निवेश करना है या लॉन्ग टर्म के लिए। कंपनी के मौलिक और तकनिकी अध्धयन ध्यान में रखकर निवेश करने चाहिए।
विशेष कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करके उस कंपनी के बारे में बारीकी से जान सकते हैं जिस कंपनी के शेयर आप खरीदना चाहते हैं।
शेयर खरीदने के लिए आपको सही शेयर मूल्य का इंतज़ार करना चाहिए और अपने जोखिम को ध्यान में रख कर बजट में शेयर को खरीदना चाहिए। कभी भी लोन या उधार ले कर शेयर नहीं खरीदना चाहिए।
कभी भी एक बार में निवेश नहीं करना चाहिए अपने वित्तीय लक्ष्य को ध्यान में रख कर धीरे -2 अपने बजट के अनुसार निवेश करना चाहिए। यही आप अनुभव की कमी के वजय से सही शेयर नहीं खरीद पाते है तो आपको इन्वेस्टमेंट एडवाइजर के परामर्श से निवेश करना चाहिए।